कुछ भी कहने से पहले मैँ ये कहना चाहुँगा कि मेरी यह पहली कहानी है।अगर कोई गलती हो जाय तो माफ कर दीजिएगा।
हमारा नाम सागर है और हम अपनी दुनियाँ के छोटे-मोटे शायर हैँ।हमारी अभी तक शादी नहीँ हुई है।यह कहानी अभी तक की मेरी पहली और आखिरी गलती थी।
मैँ उस समय 15 साल का था।घर के सभी लोग हमेँ बच्चा ही समझते थे।पर,आज के बच्चे 15 साल तक आते-आते सब कुछ कर लेते हैँ।
हमारे घर मेँ हमारी मौसी आई हुई थी।मैँने उस दिन मोबाईल पर ही अपलोड कर के एक सेक्स विडियो देखा था।मेरा मन अन्दर से अजीब कर रहा था।पर समझ नहीँ आ रहा था कि ऐसा क्योँ हो रहा है।रात के डिनर के बाद हमलोग सोने चले गये।घर मेँ ज्यादा जगह न होने के कारण माँ और मौसी पलंग के नीचे सो गई और पलंग के ऊपर मौसी ने मेरे साथ अपनी बेटी को दे दिया।और उसके बगल मेँ मेरी बहन सो गई।
रात मेँ अचानक मेरी नीँद खुल गई।मैँने देखा शीला(मौसेरी बहन) का चादर दूसरी तरफ था। और उसका कुर्ता कलेजा तक उठा था जिससे उसके चुचक साफ दिख रहे थे।और उसने पाइजामा भी नहीँ पहना था।उसका सिर्फ अण्डरवियर दिखाई दे रहा था।मेरा लुन्द तो खडा हो गया था।मैँने पहले उसे धीरे से अपनी तरफ मुडाया और फिर अपने दाएँ हाथ को पीछे से उसके कुर्ते मेँ घुसाकर सहलाने लगा।फिर उसके चुतर पर अपना एक पैर रखा और उसे अपने मेँ सटाया।फिर उसके होठोँ को चूसने लगा।होठोँ को चूस ही रहा था कि उसका हाथ मेरे पीठ पर आकर मेरे बालोँ को सहलाने लगा।मैँ समझ चुका था कि वो जग चुकी और आनन्द ले रही है।मैँने उसके सिर को पीछे से अपनी ओर धकेल दिया।करीब पन्द्रह मिनटोँ तक हम होँठ और जीभ चाटते रहे।उसके बाद मैँने उसके कुर्ते को खोल दिया और उसके स्तन चुसने लगा।तब तक वो मेरे लुन्द के साथ खेलती रही।तब मैँने उसका अण्डरवियर खोला और चाटने लगा।चाट ही रहा था कि किसी की आवाज आई।मौसी उठ रही थी।मैँने झट से शीला को चादय ओढाया।खुद भी ओढा और विपरीत चेहरा कर के सोने की कलाकारी करने लगा।इसी मेँ कब नीँद आ गई पता ही नहीँ।उठा तो पता चला मौसी और शीला जा चुके थे।तब से आज तक प्यासा हुँ।
thanks.....
kya ye sacchi kahani hai?
please post more 🙂